इंसान ख्वाहिशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है.!! on November 10, 2015 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps “इंसान ख्वाहिशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है..., उम्मीदों से ही घायल है...उम्मीदों पर ही जिंदा है...!”"